[Top-20] कोरबा में घूमने की जगह A to Z जानकारी
- कोरबा जिला छत्तीसगढ़ राज्य का तीसरा सबसे विकासशील शहर है.
- हसदेव और अहीरान नदी के संगम में बसा कोरवा छत्तीसगढ़ का पावर कैपिटल भी कहा जाता है.
- कोरबा जिले का इतिहास वयान करता है की इसका नाम यहाँ निवास करने बलि करवा जनजातीय से लिया गया है यही इनका मूल स्थान था ।
- छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है जहाँ का खनिज पदार्थ कोयला और मिनिरल से भरपूर मात्रा में भरा हुआ है और यह भारत के कोयला उत्पादनो में से एक है
- बिजली और स्टील के लिए छत्तीसगढ़ सबसे आगे है.
- कोरबा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 216 और बिलासपुर से महज 92 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
3. बुका जल विहार
4. सतरेंगा
कोरबा में सतरेंगा पर्यटन स्थल प्राकृतिक सुंदरता और पानी में होने वाली गतिविधियों के लिए जाना जाता है यहां लोग किसी खास अवसर पर नौका विहार तथा पिकनिक मनाने के लिए परिवार तथा दोस्तों के साथ घूमने के लिए आते हैं।
खास करके फोटोग्राफी के शौकीन लोगों के लिए सतरंगा प्रमुख आकर्षण का केंद्र है तथा यह झील चारों ओर जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है यह स्थान कोरबा सिटी से 34 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
5. चैतुरगढ़ पर्यटन स्थल
मैकल पर्वत श्रृंखला में स्थित चैतुरगढ़ धार्मिक दृष्टि और कुदरती सुंदरता की वजह से पर्यटकों के दिलों में राज करता है।
यहां के पर्यटन स्थल में शामिल -महिषासुर मर्दिनी मंदिर, चमादहरा, शंकर खोल गुफा, तीन धारी श्रृंगी झरना ,जटाशंकरी नदी का उद्गम स्थल और वनस्पतियों तथा औषधीय पौधों से परिपूर्ण होने की वजह से इसे छत्तीसगढ़ का कश्मीर भी कहा जाता है
यहां तक पहुंचने का रास्ता थोड़ा दुर्गम है लेकिन जब आप यहां पहुंचेंगे तो देख पाएंगे आज से हजारों साल पहले की कलचुरी वंश के राजाओं की निशानियां के साथ-साथ प्रकृति की बेजोड़ मंत्रमुग्ध कर देने वाली वादियां जो आपके जीवन के यादगार पलों में से एक होगा।
6. टाइगर पॉइंट
कोरबा के दार्जिलिंग के नाम से मशहूर टाइगर पॉइंट जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पहाड़ों के घुमावदार रास्ते जंगली गलियारे और मंत्रमुग्ध कर देने वाली वादियों के बीच से गुजरते हुए पर्यटक कोरबा के इस मशहूर टाइगर पॉइंट पहुंचते हैं और वहां से जो हसीन वादियों का दृश्य दिखाई देता है मानो ऐसा प्रतीत होता है कुदरत यहां वास करती है।
7. देवपहाडी झरना
कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 58 किलोमीटर की दूरी पर चोरनाई नदी पर बनने वाला यह झरना टूरिस्टो के आकर्षण का केंद्र हैं ।
इस स्थान को रामायण काल से भी जोड़ा जाता है स्थानीय लोगों की मान्यता है कि यहां पर भगवान श्री राम के पद चिन्ह मौजूद है जिनके दर्शन के लिए भी बहुत से दर्शनार्थी जाते हैं।
8. रानी झरना
जंगल पहाड़ी और ढ़लानी क्षेत्र होने की वजह से कोरबा जिले के अंतर्गत कई झरने बनते हैं जो देखने तथा घूमने योग्य हैं उन्हीं में से एक है रानी झरना जोकि चोरनाई नदी पर बनने वाले तीन प्रमुख झरनों में से एक है इसकी दूरी कोरबा शहर से 58 किलोमीटर है।
9. प्रवासी पक्षी धाम कनकी
कोरबा सिटी से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कनकी गांव में गणेश्वर महादेव मंदिर के पास प्रवासी प्रवासी पक्षियों का धाम है ।
ये ऐसा धाम है जहां भोलेनाथ के दर्शन के साथ गर्मियों में मध्य मई के बाद बाद हर साल यहां लाखों पक्षियों का आगमन होता जो हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके आसपास के देशों से यहां आते हैं।
यह प्रवासी पक्षी मानसून का संदेश लेकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं और 6 महीने तक का समय यही गुजरते हैं और अक्टूबर आते ही वापस से चले जाते हैं इसलिए यहां घूमने का सबसे तेज समय मई से अक्टूबर के बीच का होता है।
10. बांगो बांध
हसदेव नदी पर बने बांध की खासियत है कि कोरबा का ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ का सबसे बड़े बांधों में से एक है ।
यहां किसी खास त्यौहारों के समय लोग पिकनिक मनाने के लिए भारी संख्या में आते हैं खासकर के नए साल के अवसर पर यहां पर्यटकों को पैर रखने के लिए जगह नहीं बचती।
11. सीतामढ़ी कोरबा
कोरबा रेलवे स्टेशन के पास स्थित 3 बहुत ही प्राचीन गुफाएं हैं जिनके बारे में स्थानीय लोगों के मानना है कि रामायण काल में भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण समेत यहां अपने वनवास के कुछ समय बिताए थे इसी के पास देवी सीता के चरणों की निशान और सीतामढ़ी मंदिर जो माता सीता को समर्पित है।
यहां का बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है जब कभी आप कोरबा घूमने के लिए जाए तो इस दैवीय नगरी में दर्शन करने के अवश्य जाये।
12. नरसिंघ गंगा कोरवा
अगर आप कोरबा में घूमने की किसी ऐसी जगह की तलाश में है जहां हरियाली और झरने हर मौसम में परिपूर्ण तो ऐसे में आपको नरसिंह गंगा का रुख करना चाहिए।
गर्मियों के मौसम में भी पर्यटकों का आना-जाना यहां लगा रहता है क्योंकि यहां एक झरना है जिसके नीचे बैठकर स्नान भी कर सकते हैं।
इसके अलावा नरसिंह गंगा पर्वत के शिखर में स्थित कई हिंदू देवी देवताओं के छोटे बड़े मंदिर बने हुए हैं आप सभी देवी देवताओं के दर्शन इस एक ही जगह पर आ सकते हैं।
13. सिल्वर जुबली पार्क कोरवा
कोरबा पर्यटन विभाग के द्वारा बनाया गया सिल्वर जुबली पार्क एक इको पार्क है जो की यहां का सबसे व्यवस्थित गार्डन है जिसके अंदर सैलानियों को बैठने और आराम करने की अच्छी सुविधाएं होने के साथ-साथ छोटा ताजमहल, कुतुब मीनार, सरोवर, नौका विहार और म्यूजिकल फाउंटेन और नौका विहार का लुप्त उठा सकते है यह कोरबा शहर के अंदर एनटीपीसी जमींपाली में स्थित है।
14. तुमान
धार्मिक दृष्टि से तुमान कोरबा जिले का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जिला मुख्यालय से उत्तर पश्चिम दिशा की ओर 30 किलोमीटर दूर एक छोटा सा गांव है जहां जहां कलचुरी राजवंशों के शासनकाल में बनाया गया भगवान शिव मंदिर है।
15. केसला घाट
कोरबा से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित केसला नदी का या घाट प्रसिद्ध है पिकनिक स्पॉट के है लोग कुदरत की सुंदरता निहारने तथा फोटोग्राफी के लिए आते हैं।
16. परसाखोला झरना
स्थानीय पर्यटकों का पसंदीदा स्थान परसाखोला झरना कोरबा से 18 किलोमीटर की दूरी पर परसाखोला नमक गांव में स्थित है।
17. अप्पू गार्डन
कोरबा पर्यटन विभाग के द्वारा बनाया गया अप्पू गार्डन यहां का एक मनोरंजन पार्क है जिसमें पानी में होने वाली गतिविधियों तथा खेलों के आनंद के लिए निर्मित किया गया है।
इसमें हर वर्ग की आयु के लोगों के लिए कुछ न कुछ वाटर एक्टिविटी जरूर मिल जाएगी जैसे कि स्विमिंग एक्टिविटी, वाटर फ्लाइट्स, समुद्री लहरें के साथ-साथ बच्चों के लिए झूले और भी कई प्रकार के मनोरंजन थीम बनी है जहां बच्चे खूब सारा इंजॉय कर सकता है।
18. माता सर्बमंगल मंदिर
मां दुर्गा को समर्पित सर्बमंगल मंदिर कोरबा जिले का सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है इस मंदिर का निर्माण आज से लगभग 500 साल पहले करवाया गया था।
इस दिव्य अलौकिक धाम में कई हिंदू देवी देवताओं के मंदिर बनाए गए है उन सभी में सबसे भव्य मां दुर्गा का मंदिर है जहां देवी के सभी रूपों के दर्शन मिल जाते हैं।
मंदिर के पास में ही एक गुफा बनी हुई है जो नदी के एक छोर से दूसरे छोर की ओर ले जाती है इसके बारे में ऐसा माना जाता है उस समय में यहां के राज्य बंशो की रानी धन कुमार सिंह दुर्गा के दर्शन करने के लिए गुफा के रास्ते का इस्तेमाल करते थे।
वैसे तो इस मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन नवरात्रि शुरू होते ही यहां पर भक्तों का तांता उमर पड़ता है।
देवी को खुश करने के लिए भक्तों के द्वारा मंदिर में कलश जलाकर मंदिर के समीप रखा जाता है।
19. जोराघाट छूरी
कोरबा के का जोराघाट यहां का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है पहाड़ों और जंगलों से घिरे होने के कारण इसके आसपास का प्राकृतिक सुंदरता दिल को छू लेने वाला होता है और यहां लोग गर्मियों के समय नदी के ठंडे पानी में तैरने करने के लिए आते हैं।
जब आप यहां जाएंगे तो देख पाएंगे प्रकृति के अद्भुत नजारे नदी के एक छोर में विशाल पर्वत और दूसरे छोर में हरे-भरे जंगल और बीच में बहती हसदेव नदी का ताजा और ठंडा पानी और औषधियों से भरपूर इसमें लोग परिवारजनों के साथ पिकनिक इंजॉय करने के लिए आते हैं और यहां नदी में स्नान भी करते हैं।
यह छूरी नामक गांव में स्थित हसदेव नदी का एक घाट है कोरबा से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
20. काफी पॉइंट बाल्को कोरबा
घने जंगलों और विशालकाय पर्वतों से घिरा हुआ यह क्षेत्र तथा घुमावदार रास्ते का सफर करते हुए काफी पॉइंट तक जाने का रास्ता बहुत ही अद्भुत है ।
इसे कोरबा जिले का छोटा हिल स्टेशन भी कहा जाता है अगर आप कोरबा के आसपास के है तो एक बार काफी पॉइंट घूमने के लिए जरूर जाएगा यहां आपको प्रकृति से रूबरू होने का एक अच्छा अवसर मिलेगा और यह कोरबा से मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
कोरबा घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा होता है ?
कोरबा घूमने के घर सबसे बेस्ट समय की बात करें सर्दियों का होता है यानी कि सितंबर से लेकर अप्रैल के बीच अगर आप यहां जाते हैं पहाड़ों के हरी-भरी घाटियां और जगह-जगह बहते हुए झरने का अद्भुत नजारा देखने के लिए मिल जाएंगे।
यहां ज्यादातर पर्यटककिसी खास अवसर त्योहारों तथा नए साल की छुट्टियां मनाने के लिए अन्य राज्यों से प्रस्थान करते हैं।
कोरबा कैसे जाएं ?
आइए जानते हैं कोरबा पहुंचने के लिए क्या-क्या साधन है और कहां से ट्रेन मिलते हैं
बाया ट्रेन
यदि आपका कोरबा तक पहुंचने का माध्यम रेलगाड़ी है तो तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कोरबा का अपना खुद रेलवे स्टेशन है जहां पर दिन ट्रेनों का आवागमन होता है लेकिन अगर आपके शहर से कोरबा के लिए डायरेक्ट ट्रेन नहीं है बिलासपुर जंक्शन तक पहुंचकर कोरबा के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं यहां से इसकी दूरी मात्र 92 किलोमीटर है जो कि 3 घंटे के सफर में पहुंच जाते हैं।
बाया हवाई जहाज
हवाई यात्रा करके कोरबा पहुंचने वाले यात्रियों के लिए इसका नजदीकी और सबसे बड़ा एयरपोर्ट रायपुर में है जिसकी दूरी कोरबा से 216 किलोमीटर है यहां पहुंचकर कोरबा के लिए बस टैक्सी या रेलगाड़ी के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
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well doing! date raho!
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